# निधिवन

# वृंदावन में स्थित निधिवन का रहस्य


                                  " देवेश चतुर्वेदी "


निधवन

वृंदावन के निधिवन में श्री कृष्ण-राधा आज भी क्या रचाते हैं रासलीला ? ऐसा ही रहस्य है वृंदावन में स्थित निधिवन का । ये स्थान बेहद पवित्र धार्मिक और रहस्यमयी है । 

यहाँ के वृक्षों की शाखाएं ऊपर की ओर बढ़ने की वजह नीचे की ओर से बढ़ती हैं। ये पेड़ ऐसे फैले हैं कि रास्ता बनाने के लिए इन पेड़ों को बांसों के सहारे रोका गया है ।
शाम सात बजे मंदिर की आरती का घंटा बजते ही लोग  खिड़कियाँ बंद कर लेते हैं और कुछ लोगों ने तो वन की तरफ बनी खिड़कियों को ईंटों से ही बंद करवा दिया है जिससे घर के किसी भी व्यक्ति की नजर रात में निधिवन की तरफ न पड़े ।
निधिवन के द्वार शाम की आरती के बाद बंद कर दिये जाते हैं । यहाँ तक कि इस वन में दिन भर चरने वाले पशु-पक्षी भी शाम होते ही निधिवन को छोड़ कर चले जाते हैं ।
निधिवन के एक खास स्थान पे हर रात जो कुछ होता है उसे देखने की इजाजत किसी को नहीं है । ये सिलसिला सदियों पुराना है मगर रात के इस राज़ का प्रत्यक्षदर्शी आज तक कोई नहीं बन पाया है । कहा जाता है कि इस अलौकिक वन में आधी रात को भगवान कृष्ण-राधा और गोपियां रासलीला रचाते हैं।

रास लीला


निधिवन में अनेकों तुलसी के पौधे हैं और हर पोधा जोड़ी में है । मान्यता है कि जब भगवान कृष्ण और राधा रासलीला करते हैं तो यह तुलसी के  पौधे गोपियों का रूप ले लेते हैं एवं प्रातः काल होते ही तुलसी के पौधों में वापस परिवर्तित हो जाते हैं ।
निधिवन के पंड़ित और महंत बताते हैं कि यहाँ हर रात भगवान कृष्ण के कक्ष को सजाया जाता है भोग- जल दातून आदि रखा जाता है । जब सुबह मंगला आरती के लिए पंडित इस कक्ष को खोलते हैं तो भोग खाया हुआ लोटे का जल खाली एवं दातून गीली और कक्ष का सामान अस्त-व्यस्त मिलता है । 
ऐसा नहीं है कि लोगों ने सत्य जनने की चेष्टा  नहीं की पर जिसने की वह उसे दूसरों को बताने के लिए या तो जीवित ही नहीं रहा अथवा किसी ने अपने नेत्रों की ज्योति खो दि या पागल हो गया ।
निधिवन के अंदर एक छोटा मंदिर है जिसे राधा-रानी का रंग महल या श्रृंगार गृह कहा जाता है । लोककथाओं के अनुसार कृष्ण हर रात यहाँ आते हैं और अपने हाथों से राधा-रानी को सजाते हैं । निधिवन में संगीत सम्राट एवं धुपद के जनक श्री स्वामी हरिदास जी की समाधि है। बांके बिहारी का प्राकट्रय स्थल एवं राधा-रानी बंशी चोर आदि दर्शनीय स्थल हैं ।
यह आज भी बहस का विषय बना हुआ है कि वास्तव में हर रात निधिवन में कृष्ण रासलीला होती है क्या ? परन्तु दुनिया में कुछ चीजें एसी हैं जिनका जवाब किसी के पास भी नहीं है । अध्यात्म की दुनिया में ऐसे कई रहस्य हैं जो वैज्ञानिक परिभाषा से परे हैं और ऐसा ही रहस्य है वृंदावन में स्थित निधिवन का ।।

     वृंदावनेक्ष्वरी राधा कृष्णो वृंदावनेक्ष्वर : ।
     जीवनेन धने नित्यं राधाकृषणगतिर्मम ।।