पक्ष्चिम बंगाल में माँ-माटी-मानूष
का तीव्र आक्रोश
“ देवेश चतुर्वेदी “
आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में यह कोई पहली रहस्यमयी मौत नहीं हुई है इससे पहले भी काँलेज में ऐसी दुखदायी घटनाएं हो चुकी हैं जिसका रहस्य पुलिस जाँच में भी नहीं खुल सका है।
आर जी कर के प्रिंसिपल रहे संदीप घोष पर भ्रष्ट आचरण में लिप्त होने के आरोप हैं जिसमें वित्तीय अनियमितताएं अवैध कमीशन के जरिए धन एकत्रित करना टेंडरों में हेराफेरी करने लावारिश शवों का व्यापार एवं बायोमेडिकल कचरे की तस्करी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। आर जी कर बलात्कार एवं हत्या के मामले में प्रदेश सरकार एवं उसके कुछ फैसलों पर भी गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं।
पीड़िता के माता पिता के अनुसार अस्पताल के उपाधीक्षक उन्हें सूचित करते हैं कि उनकी बेटी की तबियत खराब है इसलिए वह तुरंत आ जाये। थोड़ी ही देर में उन्हें पुनः सूचित किया जाता है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है। अस्पताल पहुँचने पर भी उन्हें तीन घंटे तक शव नहीं दिखाया जाता है। पीड़िता का शव परीक्षण में बलात्कार एवं पच्चीस अंतरिक और बहारी चोंटों का पता चलता है इसके बावजूद अस्पताल द्वारा एफ आइ आर बहुत देरी से शव जलाने के उपरान्त की जाती है। जहां शव मिला वहां उपद्रवियों ने धुस कर जमकर तोड़ फोड़ की। आरोप है कि यह क्राइम सीन पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के लिए ऐसा किया गया है।
कोलकाता की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गृह एवं स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। उन्हें माँ-माटी-मानूष के तीव्र आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल में 4 सितम्बर 2024 “ रिक्लेम द नाइट “ अभियान के तहत एकता और प्रतिरोध लोगों ने मोमबत्ती लेकर प्रदर्शन किया। रात ठीक 9 बजे विक्टोरिया मेमोरियल और राज्यभवन जैसी प्रमुख इमारत एवं शसर उपनगरों एवं जिलों में विरोध प्रदर्शन के रूप में सब ही अंधेरे में डूब गए। इस अद्भुत प्रदर्शन में कोलकाता के साथ-साथ आशा अपार्टमेंट के निवासियों में एक जुटता का एक शक्तिशाली क्षण देखने को मला। निवासियों ने एक घंटे के लिए रात्रि 9 से 10 अपने घरों की लाइटें बंद कर दी और मोमबत्तियों को लेकर सड़कों पर उतर आए। अंधेरे में केवल मोमबत्ती की जगमगाती रोशनी में आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की ट्रेनी डाकटर की दुखद मौत पर शोक व्यक्त किया एवं उनके शोकाकुल परिवार को दृढ़ समर्थन देने का वादा किया।
राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने भी राज्यभवन में मोमबत्ती जलाई और कहा – “ प्रकाश भय होता है तो अंधकार प्रिय हो जाता है। राज्यभवन की और से जारी एक बयान में कहा गया- “राज्यपाल ने सीएम को निर्देश दिया है कि वे बंगाल के लोगों की भावनाओं को शांत करने के लिए ठोस कदम उठाएं जो आर जी कर की घटना से आक्रोशीत हैं और महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखें।
कोलकाता में विरोध प्रदर्शन की भावना साफ दिख रही है। महिलाएं छात्राएँ एवं गृहणियाँ एकजुट होकर साथ हैं और उनकी अवाजें एक स्वर में आर जी कर के इंसाफ की मांग के लिए उठ रही हैं।
आंदोलन अब बहरामपुर चिचसुराह शांतिनिकेतन कृष्णानगर वर्धमान सिलीगुड्डी बारासात बैरकपुर राजारहाट न्यूटाउन कूच बिहार और जलपाईगुड़ी एवं अन्य प्रमुख स्थानो पर भी तेजी से फैल रहा है।
अब महत्वपूर्ण है कि इस जघन्य अपराध का राज़ खुलेगा या अन्य मामलों की तरह अंधेरे में ही गुम हो जायेगा ।।